बड़े काम की छोटी सी लौंग, करें इस्तेमाल
लौंग का पौधा सदाबहार है और ये दक्षिण भारत में केरल और तमिलनाडु में बहुतायत से पाया जाता है। लौंग एक सूखे हुए फूल की कली है।
एक कॉमन किचन स्पाइस है लौंग। ये आपको कई तरह से हेल्दी बनाए रखता है।
दांत दर्द में तो विशेषतौर से काम का है इसका तेल। कई तरह के दर्द से मुक्ति दिलाने से लेकर अस्थमा जैसी तकलीफ हरने में भी मददगार है ये।
लौंग अपनी विशेष गंध के लिए जानी जाती है। इसका पौधा सदाबहार है और ये दक्षिण भारत में केरल और तमिलनाडु में बहुतायत से पाया जाता है।
लौंग एक सूखे हुए फूल की कली है।
औषधीय फायदे
आयुर्वेद में लौंग को खूब इस्तेमाल किया जाता है। ये स्वाद में थोड़ा कसैला और खुशबूदार होता है।
लौंग पाचनकारी, गर्म, मूत्रवर्धक और मरोड़ तथा ऐंठन से छुटकारा दिलाने वाली है। दांत दर्द में फायदेमंद होने के साथ ही ये पेट की बीमारियों, कफ और अस्थमा में भी राहत देने वाले गुणों से भरपूर है।
लौंग पर हाल ही हुए कुछ रिसर्च बताते हैं कि इसमें एंटी-इन्फ्लेमेट्री एजेंट पाए जाते हैं जो दांत दर्द के मामलों में तुरंत राहत दिलाने में कारगर हैं।
इसका सबसे मुख्य कारक है कि ये पर्यावरण में पाए जाने वाले जहरीले और विषाक्त तत्वों को दूर करने में मददगार साबित हो सकता है।
लौंग में एंटी-ऑक्सिडेंट्स होने के साथ ही आवश्यक पोषक तत्व जैसे मैंगनीज, कैल्शियम, ओमेगा-3 फैटी एसिड और विटामिन के और सी प्रचुर मात्रा में होते हैं।
दांत दर्द में ऐसे करें इस्तेमाल
लौंग का तेल आपकी कई स्वास्थ्य संबंधी तकलीफों का प्राकृतिक तरीके से निदान करता है। दांत दर्द में एक छोटे से रुई के फाहे को लौंग के तेल में भिगोकर प्रभावित दांत में दबा लेने से कुछ ही देर में दर्द गायब हो जाता है। इसके अलावा लौंग के पाउडर से मालिश करने से मसूढ़े मजबूत होते हैं और सूजन भी कम हो जाती है। जिन लोंगों को पाचन संबंधी समस्या है उन्हें लौंग को पानी में उबालकर पीना चाहिए। इससे डायजेस्टिव सिस्टम ठीक रहता है और पेट दर्द भी सही हो जाता है।
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